मथुरा हादसे में 13 लोग जिंदा जले

यमुना एक्सप्रेसवे पर मंगलवार तड़के आगरा से नोएडा की ओर जा रही लेन में घने कोहरे के बीच तेज रफ्तार से चल रहे कई वाहन आपस में भिड़ गए। इस भीषण हादसे में सात बसों और दो कारों में आग लग गई। कई लोग वाहनों के अंदर फंस गए, जबकि कुछ यात्रियों ने बसों से कूदकर किसी तरह अपनी जान बचाई। इस दुर्घटना में अब तक 13 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और दो दर्जन से ज्यादा घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डीएम सीपी सिंह ने भी 13 लोगों की मृत्यु की पुष्टि की है।
तीन मृतकों की पहचान हो चुकी है। इनमें आजिलेंद्र प्रताप यादव पुत्र वंशीधर, निवासी मुद्दीनपुर, थाना सराय ममरेज, जिला प्रयागराज और रामपाल पुत्र पहोड़ीराम, निवासी आजमगढ़ शामिल हैं।
कई गाड़ियां जलकर खाक
यह हादसा बलदेव थाना क्षेत्र के गांव खड़ेहरा के पास माइल स्टोन संख्या 125 पर हुआ। घने कोहरे के कारण रात में दृश्यता लगभग शून्य थी, जिससे आगे-पीछे चल रहे वाहन एक-दूसरे को देख नहीं सके और टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कई वाहनों में आग भड़क उठी। सात बसें और दो कारें भीषण आग की चपेट में आ गईं। आग लगते ही बसों के अंदर अफरा-तफरी मच गई और चीख-पुकार सुनाई देने लगी।
खिड़कियों से कूदकर बचाई जान
यात्रियों ने खिड़कियों से कूदकर किसी तरह खुद को बचाया, जबकि कुछ लोग अंदर ही फंसे रह गए। बसें और कारें टक्कर के कारण बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। सूचना मिलने पर करीब एक दर्जन दमकल गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। हादसे के बाद आगरा से नोएडा की ओर जाने वाली एक्सप्रेसवे की लेन पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया। क्रेन की मदद से क्षतिग्रस्त वाहनों को हटाकर सड़क किनारे किया गया।
एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि 13 यात्रियों की जलकर मौत हो चुकी है। बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं, जिन्हें 20 से अधिक एंबुलेंस के जरिए विभिन्न अस्पतालों में भेजा गया है। डीएम सीपी सिंह भी मौके पर मौजूद हैं। हादसे में अब तक तीन मृतकों की पहचान हो चुकी है।




