छत्तीसगढ़

विश्व पर्यावरण दिवस पर अदाणी पॉवर रायगढ़ की हरित पहल: 80 हजार पौधारोपण का लक्ष्य

  • रायगढ़ के प्लांट परिसर में 500 पौधों के रोपण से अभियान की शुरुआत
  • प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने और प्रोत्साहन के लिए जूट बैग्स का वितरण
  • 150 बच्चों ने चित्रकला प्रतियोगिता में लिया हिस्सा

रायगढ़, 7 जून 2025: विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिले के पुसौर प्रखण्ड में अदाणी पावर लिमिटेड, रायगढ़ की ओर से इस वर्ष ‘वैश्विक स्तर पर प्लास्टिक प्रदूषण का अंत’ की थीम पर “हरित पर्यावरण पहल” की शरुआत की गई है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में इस सराहनीय पहल के तहत अदाणी पावर रायगढ़ ने वर्ष 2025-26 में कुल 80 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस लक्ष्य के तहत 75000 पौधे संयंत्र परिसर और 5000 पौधे आसपास के ग्रामों में रोपित किए जाएंगे। मालूम हो कि अदाणी पावर रायगढ़ ‘सिंगल यूज प्लास्टिक फ्री’ प्रमाणित संस्था है। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण और प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने और प्रोत्साहन के लिए जूट बैगों का वितरण किया गया। साथ ही जागरूकता के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता और स्लोगन प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। अदाणी पावर लिमिटेड रायगढ़ का हरित पर्यावरण पहल का यह प्रयास क्षेत्र में हरियाली बढ़ाने और वायुमंडल को शुद्ध करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। गुरुवार को संयंत्र परिसर में 500 से अधिक पौधे लगाकर अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर अदाणी पावर रायगढ़ के चीफ बिजनेस ऑफिसर श्री सुधाकर टंडन, प्रोजेक्ट हेड श्री सुरोंजित मण्डल, ओ एंड एम हेड श्री शशधरा दास सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए।

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इस विशेष दिवस पर अदाणी पावर की सीएसआर इकाई अदाणी फाउंडेशन की ओर से शासकीय विद्यालयों के 150 बच्चों ने आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लिया। बच्चों ने धरती, पेड़-पौधे और जलवायु परिवर्तन जैसे विषयों पर अपनी रचनात्मक कल्पनाएं चित्रों के माध्यम से प्रस्तुत की। इससे विद्यार्थियों के मन में पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता और जागरूकता को बल मिला। ग्राम स्तर पर पौधारोपण के लिए आसपास के विद्यालयों के बच्चों द्वारा “सीड बॉल” (बीज बॉल) तैयार किए गए, जिन्हें गांवों की खाली ज़मीनों पर बिखेर कर प्राकृतिक रूप से पौधों को विकसित किया जाएगा। यह एक वैज्ञानिक एवं पर्यावरण अनुकूल विधि है जो हरियाली को स्थायी रूप से बढ़ावा देती है। इसके अलावा शाला परिसरों, ग्राम पंचायतों और गांवों में भी व्यापक पौधारोपण अभियान चलाया गया, जिसमें छायादार और फलदार पौधे लगाए गए। इस अभियान में महिला स्वयं सहायता समूहों और किसानों ने भी बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाई, जिससे यह पहल और भी सशक्त और जनभागीदारी से परिपूर्ण बन गई।

हरियाली की दिशा में अदाणी फाउंडेशन की यह पहल आने वाले वर्षों में पर्यावरण संरक्षण का एक प्रेरणादायक मॉडल बन सकती है।

अदाणी समूह, अदाणी फाउंडेशन के माध्यम से रायगढ़ जिले के तमनार और पुसौर प्रखण्ड में सीएसआर की विभिन्न गतिविधियों का संचालन कर रहा है, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, आजीविका उन्नयन और ढांचागत विकास इत्यादि जैसे कार्यक्रम शामिल हैं।

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