

रायपुर। राजधानी के मेहनतकश युवाओं में शेख परवेज़ भाई का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। उन्होंने अपने भाइयों को साथ लेकर उनके बीच बेहतरीन सामंजस्य बिठाकर अपने काम को बखूबी अंजाम देते हुए कामयाबी की सीढ़ी दर सीढ़ी आगे बढ़ रहे हैं। किसी ने ठीक ही कहा है कि “उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक मंजिल हासिल न हो जाए”। परवेज भाई इस टैग लाइन पर चलते हुए हर हमेशा मंजिल पर ही नज़र रखते हैं। यूं तो मेहनत, लगन और ईमानदारी जिसमे हो कामयाबी उस इंसान की कदम चूमती ही है, और ऐसे गुण वाले एक नहीं हजारों मिलते है। देखा गया हैं ऐसे गुण वाले पूरे हजारों लोग कामयाब इंसान के कतार में खड़े मिलते हैं। क्योंकि कामयाबी के लिए इन तीनों बातों की जरूरत होती है। जो ईमानदारी से मेहनत करता है अल्लाह उसका साथ भी देता है। आज उसी का नतीजा है कि वे एक कामयाब इंसान हैं।आज उनके यौमे विलादत पर दिल से मुबारकबाद देता हूं। वे अच्छे दोस्त और अच्छे भाई भी हैं जो हर किसी के मुश्किलों में हमेशा खड़े मिलते हैं। मै भी खुशनसीब हूं कि मुझे भी इनके जैसा दोस्त और भाई मिला। आज के इस खुशी के मौके पर मेरी अल्लाह पाक से दुआ है कि अल्लाह उनको तंदुरुस्त, सेहतमंद बनाए दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की अता फरमाए … आमीन




