ये आपकी हताशा है, हमारी समस्या नहीं…आर अश्विन ने बेन स्टोक्स को दिखाया आईना

भोजपुरी में एक कहावत है- न खेलब न खेलाइब, खेलिये बिगाड़ब। मतलब- न खेलेंगे न खिलाएंगे, बस खेल बिगाड़ेंगे। मैनचेस्टर टेस्ट के आखिरी दिन इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स यही करते नजर आए जब उन्होंने रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर को उनके शतक से महरूम करने की बचकाना कोशिश की। जब पैंतरा नहीं चला तो भारतीय बल्लेबाजों, खासकर रविंद्र जडेजा पर लगातार मैदान में छींटाकशी भी की। दिग्गज ऑफ स्पिनर रहे आर अश्विन ने इसे लेकर इंग्लैंड के कप्तान को बड़े ही तबीयत से धोया है। आईना दिखाया है।


टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके ऑफ स्पिनर ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर कहा, ‘क्या आपने दोहरे मापदंड शब्दालवी सुनी है? वे दिन भर आपके गेंदबाजों को खेलते रहे, शानदार बैटिंग की, और जब को शतक के करीब हैं तब अचानक आप चाहते हैं कि चलो, अब हो गया? वे क्यों करेंगे ऐसा?’
रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने ड्रॉ पर सहमत होकर मैच जल्दी खत्म करने के बेन स्टोक्स के प्रस्ताव को सिरे से ठुकरा दिया था। उनके फैसले का बचाव करते हुए अश्विन ने कहा, ‘आपने पूछा- आप हैरी के खिलाफ शतक बनाना चाहते हैं? ब्रूक नहीं भाई। उसे शतक बनाना है। किसी भी गेंदबाज को लाओ- वे आपत्ति थोड़े किए। ब्रूक को लाना आपका फैसला था, हमारा नहीं!’
भारत के दोनों स्टार ऑलराउंडरों को शतक से वंचित करने के लिए समय से पहले खेल खत्म करने की हास्यास्पद पेशकश करने वाले बेन स्टोक्स के दिमाग में उस समय क्या चल रहा होगा, अश्विन ने ये भी समझाया। उन्होंने कहा, ‘इसके दो कारण थे- एक, आप अपने गेंदबाजों को नहीं थकाना चाहते। सही है। दूसरा- आप हताश थे और आपने सोचा कि जब मैं खुश नहीं हूं तो आपको भी खुश नहीं रहना चाहिए। ऐसे क्रिकेट नहीं होता।’
अश्विन ने यहां तक कहा कि अगर वह कप्तान होते तो ओवरों का कोटा पूरा होने तक खेले होते। मैच समय से पहले खत्म हुआ भी लेकिन तब नहीं जब स्टोक्स चाहते थे। तब हुआ जब रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर दोनों ने शतक पूरा कर लिया। अश्विन ने कहा, ‘ये टेस्ट रन हैं। एक शतक अर्जित किया जाता है, उपहार में नहीं मिलता। वॉशिंगटन इसके हकदार थे। जडेजा हकदार थे।’
मैनचेस्टर टेस्ट में नाटकीय घटनाक्रम तब हुआ जब बेन स्टोक्स ने अंपायर से मिलकर जल्दी मैच खत्म करने की पेशकश की। उस वक्त जडेजा 89 और सुंदर 80 रन बनाकर खेल रहे थे और दोनों ही शतक की तरफ बढ़ रहे थे। स्टोक्स जडेजा के पास पहुंचे और हाथ मिलाने के लिए बढ़े जो मैच खत्म होने के बाद होता है। जडेजा ने साफ कह दिया कि हम बैटिंग जारी रखेंगे।
इससे बेन स्टोक्स इतना बौखला गए कि जडेजा पर जुबानी तीर छोड़ने लगे। उन्होंने व्यंग्यात्म लहजे में पूछा कि आप पार्ट टाइम गेंदबाज हैरी ब्रूक के खिलाफ शतक बनाना चाहते हैं। जडेजा ने जवाब दिया कि यह मेरे हाथ में नहीं है। उसी समय जैक क्रॉली ने तपाक से कहा, ‘तब हाथ मिला लो। यह शर्मिंदगी भरा है।’
स्टंप माइक में स्टोक्स जडेजा से यह कहते सुने गए, ‘अगर आप शतक बनाना चाहते हैं तो आपको ऐसी बैटिंग करनी चाहिए थी कि लगे कि हां आप शतक बनाना चाहते हैं।’
जडेजा ने तो अपने ही अंदाज में शतक पूरा किया। उन्होंने हैरी ब्रूक की गेंद पर शानदार छक्का जड़कर सेंचुरी पूरी की।