औरतों के अपराध पर बवाल और पुरुषों पर चुप्पी, जावेद अख्तर बोले- बेशर्म है समाज

लोकप्रिय गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने महिलाओं के अपराध पर चिंता जताई, तो वहीं महिलाओं पर होने वाले अपराध को लेकर साधी जाने वाली चुप्पी पर भी तीखा सवाल किया है। उन्होंने कहा कि सोनम रघुवंशी और मुस्कान रस्तोगी जैसी अपराधी महिलाओं ने जो किया वह वाकई हैरान करने वाला है, लेकिन महिलाओं पर होने वाले अपराध पर चुप्पी क्यों साध ली जाती है, यह तीखा सवाल पूछते हुए जावेद अख्तर नजर आए हैं।



एनडीटीवी से बात करते हुए जावेद अख्तर ने कहा दो महिलाओं ने अपने पति की हत्या करवा दी, तो समाज चौंक गया, जबकि देश में हर दूसरे दिन किसी महिला को जिंदा जलाया जाता है, उन्हें मारा पीटा जाता है, लेकिन समाज हैरान नहीं होता। महिला द्वारा किए जाने वाले अपराध और हिंसा को लेकर निंदा हो रही है और होनी भी चाहिए, लेकिन देशभर में महिलाओं पर जो अत्याचार हो रहा है उस पर लोग चुप क्यों रहते हैं?
जावेद अख्तर ने आगे कहा कि देश में पीढ़ी दर पीढ़ी महिलाओं के खिलाफ पुरुषों ने अत्याचार किया है, लेकिन उनके खिलाफ गुस्सा लिमिटेड रहता है या फिर देखने को ही नहीं मिलता। बड़ा बेशर्म है समाज। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि जांच अधिकारियों को महिलाओं के अपराध में यह भी जांच करना चाहिए कि क्या उन्हें शादी के लिए मजबूर किया गया था? क्योंकि भारत के कई शहरों में आज भी जवान लड़की को शादी के लिए मना करने की आजादी नहीं होती है, ऐसे में सवाल ये है कि क्या परिवार के गलत फैसले ने महिला को अपराधी बनने पर मजबूर किया