रायपुर की बेटी आशिका सिंघल देंगी प्रस्तुति चक्रधर समारोह में





40वें चक्रधर समारोह में संस्कृति का उत्सव, 3 सितम्बर को होगी आशिका सिंघल की प्रस्तुति।
रायगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और संगीत-नृत्य की परंपरा का प्रतीक 40वां चक्रधर समारोह इस वर्ष 27 अगस्त से आरंभ हुआ है, जो 5 सितम्बर तक चलेगा। उद्घाटन सत्र में केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत, माननीय राज्यपाल श्री रमण डेका, छत्तीसगढ़ कैबिनेट मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी तथा छत्तीसगढ़ के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री राजेश अग्रवाल की गरिमामयी उपस्थिति रही। समारोह के शुभारंभ अवसर पर प्रसिद्ध कवि डॉ. कुमार विश्वास की विशेष प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और पूरे माहौल को उत्सवमय बना दिया।
समारोह के अंतर्गत देशभर के नामी कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से रसिकों को आनंदित कर रहे हैं। वहीं बाल कलाकार भी विशेष आकर्षण बने हुए हैं। इन्हीं में से एक है 7 वर्षीय नृत्यांगना आशिका सिंघल की प्रस्तुति, जो 3 सितम्बर को आयोजित होगी। गुरु नेहा सिंह के निर्देशन में कथक की साधना कर रही आशिका वर्तमान में चंडीगढ़ विश्वविद्यालय से कथक की आध्यात्मिक परीक्षाएँ दे रही हैं और प्रथम वर्ष में प्रथम स्थान प्राप्त कर चुकी हैं। उनकी भाव-भंगिमा, लयकारी और मंचीय आत्मविश्वास दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने में सक्षम है।
इस भव्य समारोह का समापन 5 सितम्बर को होगा, जिसमें माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। कला-प्रेमियों का मानना है कि 40वां चक्रधर समारोह नई पीढ़ी की प्रतिभाओं और वरिष्ठ कलाकारों, दोनों के लिए एक अविस्मरणीय मंच सिद्ध हो रहा है।
आशिका की भाव-भंगिमा, लय और ताल की सटीकता दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने में सक्षम है। कला-प्रेमियों को उनकी प्रस्तुति का बेसब्री से इंतजार है। विद्वानों का मानना है कि इस मंच पर आशिका जैसी नन्हीं नृत्यांगना का प्रदर्शन भारतीय शास्त्रीय नृत्य के उज्ज्वल भविष्य की झलक है। कला-प्रेमियों और विद्वानों का मानना है कि आशिका की प्रस्तुति 40वें चक्रधर समारोह को और भी यादगार बना देगी। आशिका की भाव-भंगिमा, ताल और लय पर पकड़ उन्हें उनके समकालीन बाल कलाकारों से अलग पहचान दिलाती है। समारोह में उनकी प्रस्तुति भारतीय शास्त्रीय नृत्य, विशेषकर कथक की समृद्ध परंपरा और नई पीढ़ी की ऊर्जा का सुंदर संगम पेश करेगी।