भगवान महावीर की अंतिम देशणा से प्रकाशित हुआ सीमंधर जैन मंदिर

रायपुर । सीमंधर स्वामी जैन मंदिर व जिनकुशल सूरि जैन दादाबाड़ी में भगवान महावीर स्वामी की अंतिम देशणा के प्रकाश स्वरूप सैकड़ों दीपक प्रज्वलित कर उजाला किया गया। सीमंधर स्वामी जैन मंदिर व दादाबाड़ी ट्रस्ट के अध्यक्ष संतोष बैद व महासचिव महेन्द्र कोचर ने कहा कि जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थंकर महावीर स्वामी ने अंतिम चातुर्मास पावापुरी नगरी में फरमाया । परमात्मा ने अंतिम समय जानकर जीवों के आत्मोत्थान के लिऐ 16 प्रहर तक देशणा ( उपदेश ) दी । भगवान महावीर स्वामी न अपने प्रथम शिष्य गणधर गौतम स्वामी को अंतिम समय में ब्राम्हण को प्रतिबोध देने निकट ग्राम भेज दिया । लौटते समय गौतम स्वामी जी को ज्ञात हुआ कि वीरप्रभु का निर्वाण हो गया है । महावीर स्वामी के निर्वाण समाचार के चिन्तन से गौतम स्वामी को केवलज्ञान प्रकट हुआ। ट्रस्टी नीलेश गोलछा व डॉ योगेश बंगानी ने बताया कि सीमंधर स्वामी मंदिर में महावीर स्वामी की प्रतिमा विराजमान है । 22 अक्टूबर को प्रातः महावीर स्वामी की मूर्ति के सम्मुख लड्डू अर्पित किया जाता है । गौतम स्वामी की प्रतिमा के सम्मुख कैवल्य लड्डू चढ़ाया जावेगा । आज 21 अक्टूबर को भगवान महावीर स्वामी का निर्वाण कल्याणक मनाया गया । श्रावक श्राविकाओं ने ॐ ह्रिं श्री महावीर स्वामी सर्वज्ञाय नमः की 20 माला , ॐ ह्रीं श्रीं महावीर स्वामी पारंगताय नमः की 20 माला का जाप प्रातः 4 बजे के पूर्व पूर्ण किया । ॐ ह्रीं श्री गौतम स्वामी केवलज्ञानाय नमः की 20 माला सूर्योदय के पहले फेरनी चाहिए । तत्पश्चात जिनमंदिर के पट्ट खुलेंगे । दर्शन वन्दन चैत्यवंदन कर निर्वाण व कैवल्य लड्डू चढ़ाया जावेगा । कार्यक्रम पश्चात नवकारसी की व्यवस्था रखी गई है ।




