क्यों रखा ऑपरेशन का नाम सिंदूर?

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला ऐसा जख्म था, जो ना भरा और ना ही कभी भरेगा। मासूमों की मौत के दर्द को भारत ने सिर्फ सहा नहीं, बल्कि याद रखा है और अब जवाब भी दे दिया है। पाकिस्तान की जमीन पर पल रहे आतंकियों ने जब कायरता दिखाई, तब भारतीय सेना ने बहादुरी से इतिहास रच दिया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए सेना ने 100 से अधिक आतंकियों को मौत की नींद सुला दिया। भारतीय सेना ने एक-एक को चुनकर वहीं खत्म किया जहां से नफरत पैदा की जाती है। लेकिन, सवाल ये भी है कि इस मिशन का नाम ‘सिंदूर’ ही क्यों रखा गया, जब ऑप्शन में ‘मंगलसूत्र’ भी था?



ऑपरेशन सिंदूर का नाम आज की डेट में बच्चे-बच्चे के जुबां पर है। हर भारतीय जानता है इस नाम का कितना प्रभाव है। आतंकियों ने पहलगाम में महिलाओं का सिंदूर उनके आंखों के सामने ही उजाड़ दिया था। लेकिन, ऑपरेशन सिंदूर चलाकर भारतीय सेना ने इसका बदला भी ले लिया। हालांकि, इस मिशन के नाम में मंगलसूत्र भी ऑप्शन में था, लेकिन पीएम मोदी ने सिंदूर पर मुहर लगाकर पाकिस्तान को ये बता दिया कि भारतीय महिलाओं के सिंदूर से खिलवाड़ करने का नतीजा सीधे मौत होती है।
दरअसल, भारत के इस सैन्य अभियान को ‘सिंदूर’ नाम देने के लिए सेना नेतृत्व में काफी मंथन हुआ। इस दौरान कई नामों पर चर्चा हुई, लेकिन सबसे ज्यादा फोकस उस बलिदान पर रहा जो पहलगाम के लोगों की भावनाओं से जुड़ा था, जहां आतंकियों ने हिंदू पूजा स्थल पर हमला कर सैनिकों को निशाना बनाया था। जिसके बाद सेना के एक अधिकारी ने बताया कि ऑपरेशन के लिए मुख्य दो नाम मंगलसूत्र और सिंदूर तय किए गए हैं, जिस पर चर्चा हुई। पहलगाम में कई महिलाओं का सुहाग उजड़ा था, इसी वजह से फिर पीएम नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को मंजूरी दी।
इतना ही नहीं पहलगाम में हुए आतंकी हमले में लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की जान चली गई थी। उनकी हाल ही में शादी हुई थी और वह अपनी पत्नी के साथ हनीमून पर कश्मीर के पहलगाम गए थे। लेकिन, आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई। जिसके बाद उनकी पत्नी ने सरकार से सवाल किया था कि ‘मेरा सिंदूर कौन लौटाएगा?’ ऐसे में ये भी वजह मानी जा रही है कि पीएम मोदी ने इसलिए ऑपरेशन का नाम सिंदूर रखा है।
हिंदू मान्यताओं में सिंदूर का खास महत्व है। इसे सुहाग की निशानी माना जाता है, जिसे महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए अपनी मांग में भरती हैं। एक प्राचीन कथा में, जब भगवान हनुमान ने माता सीता से सिंदूर लगाने का कारण पूछा, तो उन्होंने कहा था, ‘भगवान श्रीराम की दीर्घायु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए वह इसे अपनी मांग में भरती हैं।’ इस पर हनुमान जी ने अपने पूरे शरीर पर सिंदूर लगा लिया। इसी तरह पाकिस्तान पर हुए सैन्य ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ इसलिए भी रखा गया ताकि दुश्मन के साथ-साथ पूरी दुनिया को ये बात समझ में आए कि उन्होंने किस चीज पर प्रहार किया है।
जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय सेना और वायु सेना ने मिलकर ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया है। इस ज्वाइंट ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया है। इस हमले में भारत ने 90 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया है।