
नई दिल्ली: पेटीएम के शेयर में आज फिर बड़ी गिरावट देखने को मिली है। शुरुआती कारोबार में पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन 7 कम्युनिकेशन का का स्टॉक 10 फीसदी तक टूट गया। कंपनी के शेयरों में यह बड़ी गिरावट सरकार के उस बयान से आई है, जिसमें वित्त मंत्रालय ने यूपीआई ट्रांजैक्शन पर एमडीआर लगाने के दावे पर अपनी सफाई दी है।



दरअसल, केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को बेबुनियाद बताया है, जिनमें यह दावा किया जा रहा था कि 3,000 रुपये से अधिक के यूपीआई ट्रांजैक्शन पर एमडीआर (मर्चेंट डिस्काउंट रेट) लगाया जाएगा।
सरकार ने दावे को भ्रामक बताया
इन रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था की सरकार बैंकों औैर पेमेंट सॉल्युशन प्रोवाइडर्स को मदद करने के लिए 3,000 रुपये से अधिक के ट्रांजैक्शन पर एमडीआर लागू करने की प्लानिंग कर रही है। हालांकि, सरकार ने इस दावे को गलत और भ्रामक बताया। पेमेंट एग्रीगेटर पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के शेयरों में 10% तक की गिरावट देखी गई। शेयरों में यह गिरावट पिछले साल फरवरी के बाद से स्टॉक में एक दिन में आई सबसे बड़ी गिरावट है।
पेटीएम के लिए ज्यादा मायने रखता है MDR
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, यूपीआई ट्रांजेक्शन पर एमडीआर से जुड़ा डेवलपमेंट, खासकर पेटीएम के लिए काफी ज्यादा मायने रखता है। पेटीएम के लिए हमारा एडजस्ट EBITDA अनुमान आम सहमति से ऊपर हैं, और यह FY24 के लेव (2 बेसिस प्वाइंट) पर वापस आ जाएगा।
7.45 फीसदी की गिरावट पर कारोबार कर रहा शेयर
ब्रोकरेज़ फर्म UBS ने वन97 कम्युनिकेशंस, पेटीएम के शेयरों को ‘न्यूट्रल’ रेटिंग दी है और प्रति शेयर ₹1,000 का टारगेट प्राइस दिया है। इसके साथ ही ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि एमडीआर में देरी या इसका न शुरू होना पेटीएम के लिए भावनात्मक रूप से नकारात्मक है। फिलहाल, पेटीएम के शेयर 7.45 फीसदी की गिरावट के साथ 888.90 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं।
MDR क्या है?
मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) एक शुल्क है, जब भी कोई ग्राहक डेबिट/ क्रेडिट या यूपीआई के माध्यम से डिजिटल पेमेंट करता है तो व्यापारियों द्वारा बैंकों या पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर्स को हर बार भुगतान किया जाता है।