सूत्रों ने किया खुलासा : केंद्र सरकार भारतीय वस्तुओं के अप्रत्यक्ष निर्यात पर रख रही है पैनी नजर

नई दिल्ली : पहलगाम हमले के बाद से भारत सरकार पड़ोसी देश पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाती हुई नजर आ रही है। मोदी सरकार पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह का व्यापार नहीं करना चाहती है। इसी सिलसिले में कुछ सूत्रों ने ये जानकारी दी है कि सरकार बाकी देशों के रास्ते पाकिस्तान को इंडियन गुड्स के इनडायरेक्ट एक्सपोर्ट की मात्रा का पता लगाने के लिए आंकड़े जुटा रही है।



सूत्रों ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि इस कवायद का उद्देश्य पड़ोसी देश तक इस तरह की खेप को रोकना है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान द्वारा इंडियन एयरलाइंस के लिए अपने एविएशन सेक्टर को बंद करने के मद्देनजर सरकार इंडस्ट्री के साथ मिलकर एयर रूट्स के माध्यम से माल पहुंचाने के ऑप्शनल रूट्स पर विचार कर रही है।
पश्चिम एशिया के देशों को फूल, फल और सब्जियों जैसे सामान एयर रूट्स के माध्यम से एक्सपोर्ट किए जाते हैं। ये बैन पिछले हफ्ते पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद लगाए गए हैं। इस भीषण घटना में 26 मासूम लोग मारे गए थे। सूत्रों ने कहा कि एक्सपोर्ट के आंकड़े कस्टम ड्यूटी, निर्यात संवर्धन परिषदों और अन्य विभागों से जमा किए जा रहे हैं।
इकोनॉमिक रिसर्च इंस्टीट्यूट जीटीआरआई के अनुसार 10 अरब अमेरिकी डॉलर से ज्यादा कीमत का भारतीय माल हर साल दुबई, सिंगापुर और कोलंबो जैसे बंदरगाहों के माध्यम से अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान पहुंच रहा है। ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव यानी जीटीआरआई ने कहा कि इंडियन कंपनी इन पोर्ट्स पर माल भेजती हैं, जहां एक स्वतंत्र कंपनी माल उतारती है और प्रोडक्ट्स को बॉन्डेड वेयरहाउस में रखती है, जहां माल को ड्यूटी का भुगतान किए बिना रखा जा सकता है।